Sunday, August 9, 2009

बीटेक में एडमिशन के लिए ‘जज’ का फोन

बीटेक में एडमिशन के लिएजजका फोन
एस.पी.भाटिया

चंडीगढ़. ‘मैं जज बोल रहा हूं, इस छात्र की एडमिशन के लिए मेरी रिकमेंडेशन है। तुरंत एडमिशन कर लो, ठीक है..।’ फोन पर ये अल्फाज बोलने वाले की तलाश चंडीगढ़ पुलिस कर रही है। वजह है जज के नाम पर इंजीनियरिंग कॉलेज प्रशासन पर दबाव डालकर एडमिशन कराने की कोशिश।

अंबाला जिले के एक इंजीनियरिंग कॉलेज में शुक्रवार सुबह बीटेक में एडमिशन के लिए एक छात्र पहुंचा। उसने जज का नाम लेते हुए एडमिशन के लिए दबाव बनाया और कॉलेज के नंबर पर फोन भी करवाया। इस फोन में किसी ने जज बनकर कॉलेज प्रशासन से बात की और छात्र का एडमिशन करने को कहा। इस फोन के थोड़ी देर बाद कॉलेज प्रशासन ने जज साहब से संपर्क कर बताना चाहा कि एडमिशन हो जाएगी, तो सारा भांडा फूटा। जज साहब ने हैरान होते हुए कॉलेज प्रशासन को स्पष्ट किया कि उन्होंने किसी छात्र के दाखिले के लिए न ही कोई सिफारिश की है और न ही कोई फोन किया है। अपने नाम का इस तरह मिसयूज होना जज साहब को नागवार गुजरा, सो शुक्रवार शाम करीब चार बजे उन्होंने पुलिस हेडक्वार्टर में फोन करके एसएसपी सुधांशु शेखर श्रीवास्तव को बुलाया। जज ने एसएसपी से कहा कि उनके नाम का मिसयूज (इम्पसरेनेशन) करने वालों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करें। इसके बाद एसएसपी वापस आए और चंडीगढ़ पुलिस की स्पेशल टीम आरोपियों की तलाश में जुट गई। देर रात तक पुलिस ने वह फोन नंबर हासिल कर लिया था, जिससे कॉलेज में फोन किया गया। जिस छात्र के दाखिले लिए दबाव बनाया जा रहा था, उसका भी पता चल गया है। देर रात थाना 36 पुलिस और क्राइमब्रांच की टीम आरोपियों की तलाश में छापामारी कर रही थी। अभी सारे मसले की जांच की जा रही है और आरोपियों को पकड़ा नहीं गया। इसलिए हम कुछ भी नहीं बता सकते।